Old bollywood movies; old bollwood songs

Watch old Bollywood movies, Listen old songs.... click here

मीना कुमारी - सियाह नक़ाब में

 (12)

सियाह नक़ाब में


सियाह नक़ाब में उसका संदली चेहरा
जैसे रात की तारीकी में

किसी ख़ानक़ाह का

खुला और रौशन ताक़

जहां मोमबत्तियाँ जल रही हो

ख़ामोश

बेज़बान मोमबत्तियाँ

या

वह सुनहरी जिल्दवाली किताब जो

ग़मगीन मुहब्बत के मुक़द्दस अशआर से मुंतख़िब
हो

एक पाकीज़ा मंज़र

सियाह नक़ाब में उसका संदली चेहरा

-  मीना कुमारी

*********************************************************

No comments:

Post a Comment