(4)
लब पे पाबन्दी नहीं एहसास पे पहरा तो है
लब पे पाबन्दी नहीं एहसास पे पहरा तो है
फिर भी अहल-ए-दिल को अहवाल-ए-बशर कहना तो है
फिर भी अहल-ए-दिल को अहवाल-ए-बशर कहना तो है
अपनी ग़ैरत बेच डालें अपना मसलक़ छोड़ दें
रहनुमाओ में भी कुछ लोगों को ये मन्शा तो है
रहनुमाओ में भी कुछ लोगों को ये मन्शा तो है
है जिन्हें सब से ज्यादा दावा-ए-हुब्ब-ए-वतन
आज उन की वजह से हुब्ब-ए-वतन रुस्वा तो है
बुझ रहे हैं एक एक कर के अक़ीदों के दिये
इस अन्धेरे का भी लेकिन सामना करना तो है
आज उन की वजह से हुब्ब-ए-वतन रुस्वा तो है
बुझ रहे हैं एक एक कर के अक़ीदों के दिये
इस अन्धेरे का भी लेकिन सामना करना तो है
झूठ क्यूं बोलें फ़रोग़-ए-मस्लहत के नाम पर
जि़न्दगी प्यारी सही लेकिन हमें मरना तो है
जि़न्दगी प्यारी सही लेकिन हमें मरना तो है
- साहिर लुधियानवी
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